गाँव शहर हर बस्ती में लाठी का बोलबाला है
पैसेवाले मार रहे हैं मुफलिस मरने वाला है
लाठी का बोलबाला है मुफलिस मरने वाला है
पुलिस के थानों में अय्याशी न्याय के घर में अनदेखी
डी.ऍम .पर भी हुकुम चलाता मंत्री जी का साला है
लाठी का बोलबाला है मुफलिस मरने वाला है
आधी जनता भूख से मरती उधर चाँद के तैय्यारी
धरती सारी बाँट चुके हैं चाँद भी बाँटने वाला है
लाठी का बोलबाला है मुफलिस मरने वाला है
`दुर्बी` उसने खर्च किये हैं पैसे बहुत चुनाव में
पाँच साल तक देखना दोनों हाथों लूटने वाला है
लाठी का बोलबाला है मुफलिस मरने वाला है
-- मनोज दुर्बी